Friday, April 30, 2021

फाइल एवं फ़ोल्डर्स की जानकारी एवं उपयोग







What Is Hardware?

Hardware

📌कंप्यूटर के सारे  physical part को hardware कहते है |
📌वे सारे पार्ट्स जिसे हम देख छू सकते है hardware है |
📌hardware ही कंप्यूटर के लेआउट तैयार करता है |
📌बिना hardware की सिर्फ कंप्यूटर की कल्पना हो सकती है |
📌अतः hardware ही real worker माना जाता है |
👉hardware बहुत मात्रा में उप्लब्ध है इसीलिए इसे हमलोग निम्न दो वर्गों बांटते है |

  1. CPU
  2. PERIPHERAL
✨CPU
📌CENTRAL PROCESSING UNIT
📌यह silicon का बना हुआ एक chip है |
📌silicon एक semi conductor material है |
📌यह कंप्यूटर का सबसे अधिक important part है |
📌कंप्यूटर के द्वारा लगभग सारे कार्यो के लिए CPU ही जिम्मेदार होता है |
📌यह mother board में लगा होता 
📌सारे दुसरे hardware इसी के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष नियंत्रण में काम करते है |
📌मुख्य रूप से CPU का काम data को information में बदलना होता है
📌दुसरे शब्दों में हम कह सकते है कि CPU का मुख्य काम instruction execute करना होता है |
📌निर्देश को अम्ल करना ही executing कहलाता है |

👉CPU निमन्लिखित सामान कार्यो को करता है |
  1. Arithmetical
  2. Logical Operation(<,>,=,+ve,-ve etc)
  3. दुसरे Hardware को  CO ordinate करना 
  4. Data या instruction को internal Movement को control करना 
  5. Decision Making
👉CPU को इतने सारे कार्यो के लिए  3 प्रमुख अंग है
(A) ALU
  • Arithmetic Logic Unit 
  • यह एक CPU का अभिन्न अंग है |
  • यह सारे Arithmetical तथा  Logical operation को करता है |
  • ALU को ही Real Processor भी कहा जाता है |
  • यह CU के आदेश से काम करता है |
(B) CU
  • Control Unit
  • इसे हम controller भी कहते है |
  • यह कंप्यूटर के अन्दर होने वाली internal activity को नियंत्रण करता है |
  • यह सीधा किसी भी operation में involve नही होता है |
  • हम कह सकते है कि यह निर्देशो को Read interpret तथा direction करता है |
  • यह  दुसरे हार्डवेयर को co ordinate भी करता है |
(C) MU
  • Memory Unit
  • इसे हम Register भी कहते है |
  • यह छोटा तथा High Speed काम करने वाला CPU का internal Memory होता है |
  • CPU इसका प्रयोग processing के समय data या instruction store करने के लिए करते है|
  • एक CPU में Register कि संख्या एक से अधिक होती है |
  • Register कि संख्या एक CPU से दुसरे CPU में बदल सकती है |
  • Register का आकर CPU के काम करने कि गति को प्रभावित करती है|
  • Register को nibble के समूह भी कहते है |
  • Actually Register का निर्माण बहुत सारे Flip Flop से होता है |
  • Flip Flop किसी भी memory का सबसे छोटा cell होता है |यह एक समय  में केवल एक bit data को ही store कर सकता है |
💡NOTE 
📢ACCR :-Accumulator Register
📢SOR :-Store Operand Register
📢QAR :-Qnstruction Register
📢CR :- Control Register
📢 DR :-Data Register
उपुक्त सभी Register के नाम है 
👉Register मुख्यतः  दो तरह के होते है |
  1. General Purpose Register 
  • इसका प्रयोग किसी भी तरह के information को store करने के लिए किया जाता है |
  • ACCR एक general purpose register है |
   2. Special Purpose Register
  • यह किसी खास तरह के data को store करता है |
  • DR,CR,QAR इसी तरह के REGISTER होते है |
👉CPU Architecture
📌मुख्य रूप से CPU को निम्न में से किसी एक ही Architecture के अनुसार तैयार किया जाता है |
  1.RISC
  • Reduced instruction set computer
  • इस तरह का processor का प्रयोग मुख्य रूप से apple करती है |
  • Reduced instruction set computer महगा तथा फ़ास्ट होती है |
  • इसकी निर्भरता software पर अधिक होती है |
  2.CISC 
  • Complex Instruction set Computer 
  • सामान्यत इसी तरह का processor का प्रयोग करते है |
  • Pentium,celecom,Athelon etc इसी तरह के processor है 
  • इसकी निर्भरता software पर कम होती है |
  • यह सस्ता है |
  3.IC MENUFACTURING TECHNIQUES
  • Integrated Circuit
  • बहुत सारे Register,Transistor etc को जब एक silicon के chip पर Tabricate( निर्माण करना ) कर दिया जाता है तो वह IC कहलाता है |
  • IC में integration कि मात्रा के अनुसार निमन्लिखित IC Manufacturing Techniques है |
📢SSI (Small Scale Integration)
📢MSI(Medium Scale Integration
📢LSI(Large Scale Integration)
📢VLSI(Very Large Scale Integration)
📢ULSI(Ultra Large Scale Integration)
 
✨Peripheral
  • CPU को छोड्कर सारे हार्डवेयर को हम peripheral कहते है |
  • peripheral  प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से CPU के नियंत्रण में काम करता है |
  • peripheral  system में बाहर से जुड़े होते है |
  • Keyboard,Mouse,Speaker,Printer,Harddisk,etc सभी peripheral  है |
  • peripheral  मुख्यतः तीन तरह के होते है |
📌Input Device
📌OutPut Device
📌I/O device

Thursday, April 29, 2021

Basic Unit of System and Types of Computer?

 

  1. INPUT UNIT
  2. OUTPUT UNIT
  3. PROCESSING UNIT
  4. STORAGE UNIT
  5. I/O UNIT
  • CLASSIFICATION OF COMPUTER
  1. ON THE BASISC OF SIZE AND CAPACITY
👉MICRO COMPUTER
  • सामान्यतः प्रयोग में आने वाला सारे कंप्यूटर इसी तरह  के होते है |
  • यह सबसे छोटा तथा कम POWERFUL होता है |
  • इसमे एक ही मुख्य PROCESSOR होता है जो माइक्रोप्रोसेसर कहलाता है |
  • DESKTOP,LAPTOP,PALMTOP,TABLET,PDA,WORKSTATION,TERMINAL,etc इसी तरह के कंप्यूटर है |
  • सबसे अधिक प्रयोग में आना वाला कंप्यूटर यही है |
  • PDA(Personal Digital Assistant) ,PC (Personal Computer) भी इसी तरह के कंप्यूटर है |
  • I.B.M (International Business Machine) ने 1981 में सबसे पहला PC निर्माण किया है |

 👉 MINI COMPUTER
  • यह MICRO COMPUTER से बड़ा तथा अधिक  POWERFUL होता है |
  • यह एक MULTIUSER सिस्टम है | इसका अर्थ यह है कि इस पर एक ही साथ अधित यूजर काम कर सकता है |
  • इस पर एक ही साथ 25 वयक्ति तक काम कर सकता है |
  • इसका प्रयोग छोटे छोटे संस्थानों में मुख्य कंप्यूटर सर्वर के तौर पर किया जाता है जैसे  Bank Branch, Railway Station etc
  • इसका पर्योग निश्चित तौर पर micro कंप्यूटर की सहायता से किया जा सकता है 

👉MAIN FRAME COMPUTER
  • यह एक बहुत ही बड़ा तथा POWERFUL COMPUTER है |
  • इसका उपयोग बड़े बड़े संसथान कि MAIN COMPUTER के तौर पर किया जाता है |
  • इस पर एक साथ 5000 USER काम कर सकते है |
  • इसमे कई PROCESSOR  लगे होते है |
  • यहाँ बैच PROCESSING METHOD का प्रयोग होता है | 

👉SUPER COMPUTER
  • यह सबसे फ़ास्ट बड़ा और महंगा कंप्यूटर होता है |
  • इसमे एक साथ 25000 से भी अधिक लोग काम कर सकते है |
  • इसमे ही बहुत सारे PROCESSOR लगे होते है जो सामानांतर रूप से काम करते है हम कह सकते है कि  इसमे PARALLEL PROCESSING METHOD का प्रयोग होता है |
  • SUPER COMPUTER के काम करने की गति को हम FLOPS (FLOATING POINT OPERATION PER SECOND) में मापते है |
  • इसका प्रयोग COMPLEX COMPUTING के लिओये किया जाता है जैसे WEATHER FORCASTING,SATELLITE LAUNCHING,ATOMIC WEAPONS RESEARCH,SENSUS etc
  • SUPER COMPUTER या TERMINAL COMPUTER को  हम  TERMINAL के द्वारा ACCESS करते है |
  • TERMINAL भी एक MICRO COMPUTER होता है |

👉ON THE BASIS OF DATA TYPES USED BY A COMPUTER
  1. Analog Computer
  • Analog Computer वह कंप्यूटर है जो Analog Signal को input के रूप में accept कर सकता है वास्तव में वो सारे device जो analog signal को लेकर उसे digital signal from में convert कर दे तो उसे analog computer कहलाता है |
          जैसे :- Thermometer,Barometer 
  • Analog computer अब कंप्यूटर के रूप में नहीं माना जाता है | 

    2. Digital Computer
  • सारे सामान्यतः प्रयोग में होने वाले कंप्यूटर इसी तरह के कंप्यूटर है |
  • ये digital data ही input के तौर accept करते है | तथा output भी digital फॉर्म में ही देते है |
  • इसका प्रयोग लगभग सारे Real World Task को पूरा करने के लिए किया जाता है |

    3.Hybrid Computer
  • यह सबसे पॉवरफुल कंप्यूटर है 
  • ये digital तथा analog दोनों ही तरह के कंप्यूटर का combination है |
  • सुपर कंप्यूटर भी एक हाइब्रिड कंप्यूटर है इसका प्रयोग आजकल special purpose के लिए किया जाता है |
  • सामान्यतः इसका प्रयोग medical scientific area etc में किया जाता है |
👉 On The Basis Of Purpose
  1. General Purpose Computer
  • इस तरह कंप्यूटर का प्रयोग general works का प्रयोग के लिए किया जाता है |
  • हमलोग जितना भी कंप्यूटर प्रयोग में लाते है सामान्यतः  इसी तरह के कंप्यूटर होते है |
  • इस तरह के कंप्यूटर से हम अलग अलग प्रोग्राम को install करके अलग अलग काम ले सकते है 
    2. Special Purpose Computer
  • इस तरह के कंप्यूटर को खास तरह के काम को ही करने के लिए develop किया जाता है|
  • इसका प्रयोग सामान्य काम के लिए नही किया जा सकता है | 

Tuesday, April 27, 2021

Charactor of Computer

  • कंप्यूटर एक electronic, digital, automatically ,programmable device है|
  • कंप्यूटर के सारे पार्ट्स silicon के बने होते है ,इसीलिए इसे एक electronic device भी कहते है|
  • silicon एक semiconductor material (अर्धचालक ) है |
  • कंप्यूटर केवल 1 और 0  के भाषा में ही काम कर सकता है |इसीलिए इसे हम digital device भी कहते है |
  • कंप्यूटर को I.A (बुद्धि ) नही होती है उसमे दिखने वाला बुद्धि  artificial Intelligence (A.I) कहलाता है |
  • कंप्यूटर कोई भी काम stored program के concept के आधार पर काम करता है |इसीलिए इसे हम automatic device भी कहते है |
  • कंप्यूटर का प्रयोग विभिन्न तरह के कार्यो को करने के लिए किया जाता है |कंप्यूटर में जैसा program डालते है वह वैसा ही काम करता है |
  • समय समय पर जरुरत के हिसाब से हम कंप्यूटर में program को install या uninstall कर सकते है, इसीलिए इसे हम programmable device भी कहते है 


Monday, April 26, 2021

Basic Terms Used In Computer


  1. MOTHER BOARD :-यह एक प्लास्टिक का बना हुआ BOARD होता है | जिस पर METALIC CIRCUITS PRINT किया होता है लगभग सारे महत्वपूर्ण COMPONENT इसी पर लगे होते है |
  • यह एक COMPONENT से दुसरे COMPONENT के बिच data transmission उपलब्ध करता है|इसे हम PCB (PRINTED CIRCUIT BOARD) भी कहते है |
  • समय समय पर हमको MOTHERBOARD के साथ कुछ छोटे छोटे तार या बोर्ड भी जोड़ना होता है जो DAUGHTER BOARD कहलाता है
           2. EXPENSION SLOTS
  • SLOT का मतलब वह खांचा है जहां पर कोई COMPONENT लगाया जाता है 
  • MOTHERBOARD पर बहुत सारे SLOTS उपलब्ध होते है|जिसे समय समय पर T.V TUNER CARD ,GRAPHIC CARD etc. जोड़ा जाता है इसे हम EXPENSION SLOT  भी कहते है 

3.SMPS (SWITCH MODE POWER SUPPLY)
  •  SMPS सबसे पहले POWER इसी device में जाता है 
  • यह DEVICE आपके SYSTEM के प्रत्येक COMPONENT को PROPERWAY में पॉवर सप्लाई करता है  |
4.PORTS

  • PORTS वह जगह है जो दो DIFFERENENT DEVICE को जोड़ता है |हम SYSTEM UNIT के साथ किसी भी device के साथ पोर्ट की मदद से ही जोड़ते है |
  • PORT को हम INTERFACE भी कहते है जिस PORT का प्रयोग INPUT DEVICE को जोड़ने के लिए किया जाता है वह input interface कहलाता है|
मुख्य रूप से दो तरह के PORT होते है |
  1. SERIAL PORT
  2. PARALLEL PORT
SERIAL PORT
  • SERIAL PORT का प्रयोग SLOW DEVICE को जोड़ने के लिए किया जाता है इससे एक बार में एक ही BIT DATA का TRANSMISSION संभव है |

PARALLEL PORT
  • PARALLEL PORT से एक ही साथ अनेको बिट data का TRANSMISSION होता है |
  • इसका प्रयोग HIGH SPEED DEVICE को जोड़ने के लिए किया जाता है|

UPS(uninterrupted power supply)
  • यह एक device होता है जो आपके सिस्टम को सिमित समय के लिए BATTERY BACKUP देता है |
  • यह SYSTEM का अंग नही माना जाता है |
  • जब  हम कोई करते है तो वह काम RAM में होता है वह काम RAM में होता है तो वह इसीलिए जब बिजली कटेगी तो वह सारा काम नष्ट हो जायेगा |इससे बचने के लिए हम UPS का प्रयोग करते है जिससे उस काम को PROPERLY SAVE कर सके |

USB(UNIVERSAL SERIAL BUS)
  • वास्तव में यह भी एक पोर्ट है (USB PORT) जिस पर किसी भी device को जोड़ा जा सकता है 

DATA MEASURMENT UNIT

 bit(Binary digit) :- 0.1
 1Nibble :- 4bits
 1bytes or character :- 8 Bits
 1kb(kilo bytes) :- 1024 bytes
 1mb( Mega Byte) :-1024 kb
 1GB(Giga Byte) :- 1024mb
 1.TB(Tera Byte) :-1024Gb
 1PB(Peta Byte) :- 1024tb
 1EB(Exa Byte) :- 1024pb
 1ZB(Zetta Byte) :- 1024 EB
 1YB(Yotta Byte) :- 1024 ZB
  

   

Sunday, April 25, 2021

What is Data?

Data And Their Types

Computer में जो कुछ भी हम input करते है data कहलाता है|

कंप्यूटर में data डालने को data entry या inputting कहते है, यह computing cycle का पहला चरण है| 

@ कंप्यूटर में दिए गए data को processing करता है यानि हम कह सकते है कि कंप्यूटर एक data processing device है|
@Desire output प्राप्त करने के लिए दिए गए data पर जितना भी काम किया जाता है सभी processing कहलाता है|
 @Processing का उद्देश्य desire output प्राप्त करना होता है|
@Data कई रूपों में उपलब्ध होता है|
     जैसे text,number,picture,sound,video etc


मुख्य रूप से data को हम निम्नलिखित दो वर्गो में बाँट सकते है| 

 Numeric data

 ii Non-numeric data

Numeric data

Numeric वह data है जिस पर हम arithmetical ऑपरेटिंग (+,-,*,)

संभव है जैसे bank balance,age,exam,score etc.

Non-Numeric data

ऐसा data जिस पर arithmetical operation संभव नहीं होता है non-arithmetical data कहलाता है|

जैसे:-कर्मचारी का पता ,नाम hobby etc .

Nature के आधार पर data दो तरह के होते है|

  Analog

  ii Digital

@Analog data निश्चत तौर पर wave के फॉर्म में होते है|           जैसे sound,pressure,heat,Temprature etc.

@ एक कंप्यूटर इस तरह के data को directly accept कर सकता है|

@ Analog data का मान लगातार बदलता है|

@ एक कंप्यूटर में केवल डिजिटल data को ही input के तौर पर accept कर सकता है|

@ यदि हम Analog data को कंप्यूटर में input करना होता है उसे A to D(Analog to digital) Convert कि मदद से digital form में बदलना होता है|

@ Digital data अपनी स्तिथि को कुछ देर तक maintain रखता है, यह machine Readable होता है|

NOTE

ü COMPUTER केवल Digital data पर ही काम कर सकता है|

ü Digital data को 1 और 0 के रूप में वयक्त किया जा सकता है|

ü Data Manipulation को ही हम processing कहते है|

Saturday, April 24, 2021

WordPad क्या है?

 WordPad क्या है? 

विषय-सूची 

  • What is WordPad in Hindi:
  •   Extension of WordPad in Hindi 
  •  WordPad Tutorial in Hindi
  •  WordPad Notes In Hindi
  •   Open Microsoft WordPad 
  •  Create A New File 
  •  Open A File 
  •  Save A File o Page Setup
  •  A) HOME TAB 
  •  B) VIEW TAB 
  •  WordPad Keyboard Shortcuts in Hindi

What is WordPad in Hindi:
माइक्रोसॉफ्ट वर्डपैड एक रिच टेक्‍स्‍ट एडिटर हैं, जिसे माइक्रोसॉफ्ट ने पहली बार माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 95 में शामिल किया और यह इसके बाद के सभी वर्जन में उपलब्ध हैं।

हालांकि WordPad माइक्रोसॉफ्ट के Notepad से बहुत अधिक करने में सक्षम हैं, लेकिन  यह Microsoft Word के जितना एडवांस नहीं है। फिर भी, यह आपको कई सारे अतिरिक्त फीचर्स प्रदान करता है, जैसे इमेजेस को एड करना और टेक्‍स्‍ट के फॅार्मेट की क्षमता।

नीचे दिए गए पिक्‍चर Microsoft WordPad का एक उदाहरण दिखाता है


अन्य वर्ड प्रोसेसिंग एप्लिकेशन के समान, वर्डपैड में प्रोग्राम और वर्ड प्रोसेसिंग इंजन शामिल हैं। इस प्रोग्राम में Title Bar, Menu Bar, Toolbar, Status Bar, Format Bar, Document Ruler And Selection Bar है।

WordPad और Microsoft Word दोनों के द्वारा .RTF एक्सटेंशन उपयोग किया जाता है। प्रत्येक रिलीज के साथ, माइक्रोसॉफ्ट ने WordPad में.txt, .doc और .odt जैसे अधिक फ़ाइल फॉर्मेट सपोर्ट एड किए है।

डयॉक्‍युमेंट बनाने के लिए नोटपैड कि बजाए WordPad को पसंद किया जाता है, जब फ़ॉर्मेटिंग कि बात आती हैं। यह फ़ॉर्मेटेड और सिंपल टेक्‍स्‍ट दोनों को हैंडल कर सकता है। माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की तुलना में इसके फीचर्स सरल है और Word डयॉक्‍युमेंट के लिए एक उत्कृष्ट एडिटर और मिनी व्‍यूअर के रूप में माना जा सकता है।

यह फ़ॉन्ट, कैरेक्‍टर लेवल फॉर्मेटिंग, मार्जिन और मॉडिफिकेशन में सक्षम है। इसमें आप डयॉक्‍युमेंट में साउंड फ़ाइलें, चार्ट और ग्राफिक्स इन्‍सर्ट कर सकते है। हाइपरटेक्स्ट लिंक भी एड किए जा सकते है और ज़ूम इन और ज़ूम आउट फीचर भी उपलब्ध है।

हालांकि, वर्डपैड को फुल-फ़ीचर्ड वर्ड प्रोसेसर के रूप में नहीं माना जाता। इसमें माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के विपरीत स्‍पेल चेक या ग्रामर चेक करने जैसे इंटरमीडिएट फीचर नहीं हैं। WordPad उन डयॉक्‍युमेंटस् के लिए रिकमेंड नहीं है जिनमें बहुत से स्ट्रक्चर्ड एलिमेंट हैं। यह कॉन्फ़िगरेशन फ़ाइलों या HTML एडिटींग के लिए भी रेकमेंडेड नहीं है। यह नोटपैड की तुलना में लोड करने के लिए स्‍लो है लेकिन ऑफिस स्वीट्स के दूसरे वर्ड प्रोसेसर के मुकाबले अधिक फास्‍ट है।

Extension of WordPad in Hindi

WordPad in Hindi – Wordpad के लिए फ़ाइल एक्सटेंशन क्या है?

Wordpad डिफ़ॉल्ट रूप से फ़ाइलों को सेव करने के लिए .rtf या Rich Text Format फ़ाइल एक्सटेंशन का उपयोग करता है। लेकिन यह डयॉक्‍युमेंटस् को docx (Office Open XML), ODT (Open Document), .txt (Text) फॉर्मेट में भी सेव कर सकता हैं।

Open Microsoft WordPad

हर एक विंडोज वर्जन में WordPad ओपन करने के तरीके अलग-अलग हैं।

 

विंडोज 10 में –

Start मेनू पर क्लिक करें।

WordPad टाइप करें और Enter प्रेस करें।

 

विंडोज 8 में-

Start स्क्रीन पर, WordPad टाइप करें।

सर्च रिजल्‍ट में, WordPad प्रोग्राम पर क्लिक करें।

 

विंडोज 7 और इससे पहले के वर्जन में-

Start मेनू पर क्लिक करें।

Run ऑप्‍शन पर क्लिक करें।

WordPad टाइप करें और फिर Enter कि प्रेस करें।

Create A New File

WordPad में एक नई फ़ाइल बनाने के लिए –

File मेनू पर क्लिक करें और फिर New पर क्लिक करें।



Open A File

वर्डपैड में पहले सेव कि गई फ़ाइल को ओपन करने के लिए-

File मेनू पर क्लिक करें, और फिर Open पर क्लिक करें।





उस लोकेशन पर जाएं जहां आपने इस फ़ाइल को सेव किया था।फ़ाइल को सिलेक्‍ट करें, फिर Open बटन पर क्लिक करें।

 Save A File

File मेनू पर क्लिक करें, और उसके बाद Save पर क्लिक करें।


उस लोकेशन पर जाएं जहां आप इस फ़ाइल को सेव करना चाहते हैं।इस फ़ाइल का नाम टाइप करें और फिर Save बटन पर क्लिक करें।

Page Setup

यह वह जगह है जहां आप पेज साइज़, Portrait या Landscape, मार्जिन (टॉप, बॉटम, साइड), और प्रिंट पेज नंबर चुन सकते हैं।

File मेनू में Page Setup पर क्लिक करें।

अब Page Setup का एक डाइलॉग बॉक्‍स ओपन होगा।

आप Size ड्रॉप डाउन से पेपर साइज़ को चुन सकते हैं।

इसके अलावा आप यहां से पेज मार्जिन सेट कर सकते हैं। left, right, top और bottom के मार्जिन टाइप करें, जो आप चाहते हैं।

A) HOME TAB

Home Tab में पांच ग्रुप हैं: Clipboard, Font, Paragraph, Insert और Editing.

 1) Clipboard Group

इस ग्रुप में तीन ऑप्‍शन उपलब्ध हैं: Cut, Copy, Paste.



i) Cut:

इस ऑप्‍शन से आप सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को एक जगह से दूसरी जगह पर कट कर पेस्‍ट कर सकते हैं। (अन्य ऑप्‍शन हैं: CTRL + X या राइट माउस क्लिक, Cut)

 

ii) Copy:

 

हाइलाइट किए गए टेक्‍स्‍ट को कॉपी कर अन्य जगह पर पेस्‍ट करने के लिए। (अन्य ऑप्‍शन हैं: CTRL + C या राइट माउस क्लिक करें, Copy)

 

iii) Paste:

 

आप सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को या तो कट या कॉपी कर अन्य जगह पर पेस्‍ट कर सकते हैं। (अन्य ऑप्‍शन हैं CTRL + V या राइट माउस क्लिक करें, Paste)

Paste फ़ंक्शन के बगल में नीचे एक एरो हैं, जिसमें Paste और Paste Special दो ऑप्‍शन हैं। Paste Special ऑप्‍शन में ALT + CTRL + V भी शामिल है। आप इंटरनेट के लिंक के साथ टेक्‍स्‍ट, पिक्‍चर आदि के साथ कॉपी किए गए टेक्‍स्‍ट को पेस्‍ट करने के लिए Paste Special का उपयोग किया जाता हैं।

 2) Font Group:

फ़ॉन्ट ग्रुप से आप सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को कई फ़ॉन्ट स्‍टाइल अप्‍लाई कर सकते हैं, जैसे –

Font style:

डिफ़ॉल्ट फ़ॉन्ट Calibri है। अन्य फ़ॉन्ट स्‍टाइल के लिए नीचे के ऐरो पर क्लिक करें।

Font size:

डिफ़ॉल्ट फ़ॉन्ट साइज 12 है। अन्य फ़ॉन्ट साइज के लिए नीचे के ऐरो पर क्लिक करें।

Capital A and Small A:

कैपिटल A सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट के फ़ॉन्ट साइज़ को बड़ा करेगा, छोटा A सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट के फ़ॉन्ट साइज़ को कम करेगा।

B:

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट बोल्ड होंगे। (एक अन्य ऑप्‍शन CTRL + B है)

I:

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट इटैलिक होंगेI (एक अन्य ऑप्‍शन CTRL + I है)

U:

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को अंडरलाइन किया जाएगा (एक अन्य ऑप्‍शन CTRL + U है)।

abc (strikethrough):टेक्‍स्‍ट के बीच में से एक लाइन खींची जाएगी, जो यह इंडिकेट करेगी कि यह टेक्‍स्‍ट डिलीट किए गए हैं।

X2 (Subscript):

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को Subscript इफेक्‍ट दिया जाएगा। (एक अन्य ऑप्‍शन CTRL + = है)

 

X2 (Superscript):

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को Superscript इफेक्‍ट दिया जाएगा। (एक अन्य ऑप्‍शन CTRL + Shift +)

A:

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट के कलर को बदलने के लिए। डाउन ऐरो पर क्लिक कर आप टेक्‍स्‍ट के लिए कलर सिलेक्‍ट कर सकते हैं।

Pencil (Text Highlighter):

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को हाइलाइट करने के लिए आप इस हाइलाइटर का उपयोग कर सकते हैं। डाउन ऐरो पर क्लिक कर आप 12 अलग-अलग कलर्स में से चुन सकते हैं।

 3) Paragraph Group

इस Paragraph ग्रुप के साथ, आप अपने Paragraph को निम्नानुसार फॉर्मेट कर सकते हैं-

Decrease Indent:

इस ऑप्‍शन से आप बुलेटेड या नंबर्ड टेक्‍स्‍ट को पेज के लेफ्ट में मूव कर सकते हैं।

Increase Indent:

इस ऑप्‍शन से आप बुलेटेड या नंबर्ड टेक्‍स्‍ट को पेज के राइट में मूव कर सकते हैं।

Start a List:

आप यहां से अपनी लिस्‍ट के लिए नंबर या बुलेट दे सकते हैं।

Line Spacing:

लाइन स्‍पेस और इंडेंट सेट करने के लिए इस ऑप्‍शन का उपयोग करें।

Left Align (CTRL + L):

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को लेफ्ट से स्‍टार्ट करने के लिए

Center Align:

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को सेंटर में लाने के लिए। (एक अन्य ऑप्‍शन CTRL + E है)

Right Align:

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को राइट से अलाइन करने के लिए (एक अन्य ऑप्‍शन CTRL + R है)।

Justified:

सिलेक्‍ट किए गए टेक्‍स्‍ट को Justified किया जाता हैं, मतलब लेफ्ट और राइट दोनों aligned. (एक और ऑप्‍शन है CTRL + J)

4) Insert Group

Insert ग्रुप से आप अपने वर्डपैड डयॉक्‍युमेंट में निम्न ऑब्‍जेक्‍ट को एड कर सकते हैं-


Picture:

अपने वर्डपैड डयॉक्‍युमेंट में एक इमेज इंसर्ट करने के लिए यह ऑप्‍शन हैं। Insert Picture बटन पर क्लिक करने के बाद अपने इमेज का पाथ सिलेक्‍ट करें और फिर नीचे के Open बटन पर क्लिक करें।

Paint Drawing:

Microsoft Paint में आपके द्वारा बनाई गई पेंट फाइल को आप यहां पर इन्‍सर्ट कर सकते हैं। (अन्य ऑप्‍शन CTRL + D हैं) किसी इमेज कि साइज को बदने के लिए उसपर क्लिक करें और फिर कॉर्नर के स्क्वायर पर क्लिक कर ड्रैग करें।

Date and Time:

यहां से आप अपने वर्डपैट डयॉक्‍युमेंट में जहां पर कर्सर हैं, वहां पर करंट डेट/टाइम इन्‍सर्ट कर सकते हैं।

Insert object:

अन्‍य माइक्रोसॉफ्ट पैकेज के ग्राफ, टेक्‍स्‍ट जैसे ऑब्‍जेक्‍ट को आप यहां से इन्‍सर्ट कर सकते हैं।

 5) Editing Group

इस ग्रुप में निम्न ऑप्‍शन उपलब्ध हैं –


Find:

आप इस फ़ंक्शन का उपयोग डयॉक्‍युमेंट में किसी शब्‍द को तुरंत ढूंढने में सहायता के लिए कर सकते हैं। (एक और ऑप्‍शन CTRL + F है)

Replace:

इस फ़ंक्शन का उपयोग कर आप अपने डयॉक्‍युमेंट में किसी शब्द कि जगह पर दूसरा शब्द बदल सकते हैं। (एक अन्य ऑप्‍शन CTRL + H या स्‍पेशल फ़ंक्शन किज F5 है)

Select All:

यह फ़ंक्शन डयॉक्‍युमेंट में सभी टेक्‍स्‍ट को सिलेक्‍ट करता है। (अन्य ऑप्‍शन हैं CTRL + A)

B) VIEW TAB

View टैब में तीन ग्रुप हैं: Zoom, Show or Hide, और Settings:


1) Zoom:

Zoom in: अपने वर्डपैड डयॉक्‍युमेंट को ज़ूम इन कर आप बड़ा कर देख सकते हैं।

Zoom out: अपने वर्डपैड डयॉक्‍युमेंट को ज़ूम आउट कर आप छोटा कर देख सकते हैं।

100%: नॉर्मल साइज में वर्डपैड डयॉक्‍युमेंट को देखने के लिए 100% बटन पर क्लिक करें।

 2) Show or Hide:

इस ग्रुप से आप Ruler और Status bar को हाइड या अनहाइड कर सकते हैं। डिफ़ॉल्ट रूप से Ruler और Status bar के चेक बॉक्‍स सिलेक्‍ट होते हैं, मतलब दे आपको दिखाई देते हैं। इन चेक बॉक्‍स को अनटिक करने पर वे हाइड हो जाएंगे।

WordPad Keyboard Shortcuts in Hindi

Formatting Text

 

Ctrl + B Format the selection with Bold.

Ctrl + I Format the selection with Italics.

Ctrl + U Underscore (underlines) the selection.

Ctrl + Shift + D Double-underscore (underline) the selected text.

Ctrl + Shift + W Underscore (underline) only words (not spaces) of the selected text.

Ctrl + = Change the selected text to Subscript.

Ctrl + Shift + = Change the selected text to Superscript.

Ctrl + D or Ctrl + Shift + F select the text first, then press Ctrl + D to open the Font window

Ctrl + Shift + A Change the selected text to all CAPS. If text is already capitalized, will change to no CAPS.

Ctrl + Shift + K Change the selected text to small CAPS. If shortcut pressed again, will change to no CAPS.

 

Working With Text

 

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Ctrl + J Justify the text in the paragraph that the cursor is in, or justifies the text in the selected text.

Ctrl + M Indent the text. If no tabs are set, default indent is .5 inches. Press Ctrl + M repeatedly to indent repeately.

Ctrl + Shift + M De-indent the text. Press Ctrl + Shift + M repeatedly to de-indent

Ctrl + K Insert a hyperlink a link to a webpage.

Alt + Shift + D Enter the current date from your computer.

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Working With a Document

Ctrl + Home Move to the beginning of the document.

Ctrl + End Move to the end of the document.

Ctrl + F Display the Find window.

Ctrl + H Open the Replace window.

Ctrl + Enter Insert a Page Break where the cursor is.

Ctrl + S Save the document. Get into the habit of pressing this key sequence often so you won’t accidentally lose your work.

Ctrl + P Open the Print window.

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