Wednesday, July 13, 2022

What is Keyboard?

INPUT DEVICE 

  • input device वह device है जिसका प्रयोग हम एक USER कंप्यूटर से जुड़नेके लिए करता है 
  • ये वो device है जिसकी मदद से कंप्यूटर को data या instruction देता है |
  • हम कह सकते है कि input device वो device है जो HUMAN READABLE data को digital data में convert करता है |
     दुसरे शब्दों में कह सकते है कि

जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है कि यह वह डिवाइस है जिनके द्वारा हम कम्प्यूटर को निर्देश देते हैं. इनसे संदेश लेकर कम्प्यूटर उन पर प्रोग्राम के अनुरूप काम करता है. जैसे कि की-बोर्ड,माउस,जॉय स्टिक,माइक्रोफोन आदि 

💡 Keyboard

👀 इसे हम standard input या primary input device भी कहते है |
👀 इसकी मदद से कंप्यूटर से "Alphanumerical data" तथा  "instruction input" करते है |
👀 Alphanumerical data :- Alphabet, digital तथा Symbols शामिल होते है |
👀 Alphanumerical data = Alphabet(A.............Z), Digits (0.......9), Symbol(@#$%^&)
📢 संसार भर में मुख्य रूप से keyboard  के दो प्रारूप है |
  1. QWERTY
  2. DVORAK
👻 भारत में तथा अमेरिका में "QWERTY" Type keyboard का प्रयोग होता है |
👻 जर्मनी तथा कुछ अन्य देशो में "DVORAK" Type keyboard का प्रयोग होता है |

📢 Keyboard कई तरह के होते है |
📌Normal Keyboard :-
  • इसमे केवल आवश्यक keys ही रहते है |
  • यह सिर्फ expert user के लिए अच्छा होता है |
  • इसमे कम से कम बटन होते है |
📌 Multimedia Keyboard
  • ये नए user के लिए अच्छा होता है |
  • इसमे multimedia से सम्बंधित काम करने के लिए कुछ अलग से key होते है |
📌 Wireless Keyboard
  • यह keyboard बड़े monitor के साथ ही प्रयोग में आता है |
  • इसमे system unit से जुड़ने के लिए कोई तार नही रहता  है |
  • इसकी मदद से हम computer पर दूर से ही काम कर सकते है |
  • इसका range लगभग 10 मीटर होता है |
  • इसका प्रयोग सामान्यतया projector की मदद से presentation दिखाने के लिए किया जाता है 
📌 USB keyboard
  • इस तरह के keyboard को usb keyboard से जोड़ा जाता है |
  • इसी तरह का keyboard का प्रयोग हम laptop के साथ करते है |
📢 Keyboard पर उपलब्ध keys का वर्गीकरण :-
📌 Alphanumeric keys
  • इस category में alphabets ,digits , और symbol आते है |
  • Typing के समय हम सामान्यतया इसी keyboard का प्रयोग करते है |
📌 Function keys
  • F1,F2,F3,F4...........F12 KEYS को हम FUNCTION KEYS कहते है |
  • fUNCTION KEYS की संख्या 12 होती है |
  • fUNCTION KEYS को program किया जा सकता है |
  • प्र्तेयक fUNCTION KEYS कोई ना कोई function को पूरा करता है |
  • इसका काम प्र्तेयेक software में अलग अलग हो सकता है |
📌 Special Keys
  • Special keys की मदद से हम special task को पूरा करते है |
  • Esc, Alt, Ctrl,Enter,Home etc इसी तरह के keys है |
👻 कुछ special keys के नाम निमन्लिखित है |
(1) Esc(Escape)
  • जब हम कोई मेनू खोलते है तथा उसमे कोई काम नही करना चाहते है तो हम इस key को दबाते है |
  • यह screen पर आये किसी मेसेज या मेनू को हाईड कर देता है |

(2) Enter
  • इसे return key भी कहते है |
  • MS WORD में enter key से paragraph change होता है |
  • जब हम कोई form fill up करते है तो enter button से finish inputting होता है |
  • MS-DOS में इसका काम कमांड को execute करना होता है |
  • MS-EXCEL में enter से निचे के cell में जाते है |

(3) Alt (Alternate)
  • इसका अकेला कोई काम नही होता है |
  • यह हमेशा दुश्रे key के साथ एक shortcut key key के रूप में प्रयुक्त होता है | इसीलिए इसे combination key भी  कहते है |
  • यह एक modifier key का उदाहरण है |

(4)Ctrl(Control)
  • Modifier combination key
  • इसका भी प्रयोग दुसरे key के साथ shortcut key के रूप में किया जाता है |

(5)Shift
  • Modifier combination key
  • यह charactor को upper case में 

Friday, April 30, 2021

फाइल एवं फ़ोल्डर्स की जानकारी एवं उपयोग







What Is Hardware?

Hardware

📌कंप्यूटर के सारे  physical part को hardware कहते है |
📌वे सारे पार्ट्स जिसे हम देख छू सकते है hardware है |
📌hardware ही कंप्यूटर के लेआउट तैयार करता है |
📌बिना hardware की सिर्फ कंप्यूटर की कल्पना हो सकती है |
📌अतः hardware ही real worker माना जाता है |
👉hardware बहुत मात्रा में उप्लब्ध है इसीलिए इसे हमलोग निम्न दो वर्गों बांटते है |

  1. CPU
  2. PERIPHERAL
✨CPU
📌CENTRAL PROCESSING UNIT
📌यह silicon का बना हुआ एक chip है |
📌silicon एक semi conductor material है |
📌यह कंप्यूटर का सबसे अधिक important part है |
📌कंप्यूटर के द्वारा लगभग सारे कार्यो के लिए CPU ही जिम्मेदार होता है |
📌यह mother board में लगा होता 
📌सारे दुसरे hardware इसी के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष नियंत्रण में काम करते है |
📌मुख्य रूप से CPU का काम data को information में बदलना होता है
📌दुसरे शब्दों में हम कह सकते है कि CPU का मुख्य काम instruction execute करना होता है |
📌निर्देश को अम्ल करना ही executing कहलाता है |

👉CPU निमन्लिखित सामान कार्यो को करता है |
  1. Arithmetical
  2. Logical Operation(<,>,=,+ve,-ve etc)
  3. दुसरे Hardware को  CO ordinate करना 
  4. Data या instruction को internal Movement को control करना 
  5. Decision Making
👉CPU को इतने सारे कार्यो के लिए  3 प्रमुख अंग है
(A) ALU
  • Arithmetic Logic Unit 
  • यह एक CPU का अभिन्न अंग है |
  • यह सारे Arithmetical तथा  Logical operation को करता है |
  • ALU को ही Real Processor भी कहा जाता है |
  • यह CU के आदेश से काम करता है |
(B) CU
  • Control Unit
  • इसे हम controller भी कहते है |
  • यह कंप्यूटर के अन्दर होने वाली internal activity को नियंत्रण करता है |
  • यह सीधा किसी भी operation में involve नही होता है |
  • हम कह सकते है कि यह निर्देशो को Read interpret तथा direction करता है |
  • यह  दुसरे हार्डवेयर को co ordinate भी करता है |
(C) MU
  • Memory Unit
  • इसे हम Register भी कहते है |
  • यह छोटा तथा High Speed काम करने वाला CPU का internal Memory होता है |
  • CPU इसका प्रयोग processing के समय data या instruction store करने के लिए करते है|
  • एक CPU में Register कि संख्या एक से अधिक होती है |
  • Register कि संख्या एक CPU से दुसरे CPU में बदल सकती है |
  • Register का आकर CPU के काम करने कि गति को प्रभावित करती है|
  • Register को nibble के समूह भी कहते है |
  • Actually Register का निर्माण बहुत सारे Flip Flop से होता है |
  • Flip Flop किसी भी memory का सबसे छोटा cell होता है |यह एक समय  में केवल एक bit data को ही store कर सकता है |
💡NOTE 
📢ACCR :-Accumulator Register
📢SOR :-Store Operand Register
📢QAR :-Qnstruction Register
📢CR :- Control Register
📢 DR :-Data Register
उपुक्त सभी Register के नाम है 
👉Register मुख्यतः  दो तरह के होते है |
  1. General Purpose Register 
  • इसका प्रयोग किसी भी तरह के information को store करने के लिए किया जाता है |
  • ACCR एक general purpose register है |
   2. Special Purpose Register
  • यह किसी खास तरह के data को store करता है |
  • DR,CR,QAR इसी तरह के REGISTER होते है |
👉CPU Architecture
📌मुख्य रूप से CPU को निम्न में से किसी एक ही Architecture के अनुसार तैयार किया जाता है |
  1.RISC
  • Reduced instruction set computer
  • इस तरह का processor का प्रयोग मुख्य रूप से apple करती है |
  • Reduced instruction set computer महगा तथा फ़ास्ट होती है |
  • इसकी निर्भरता software पर अधिक होती है |
  2.CISC 
  • Complex Instruction set Computer 
  • सामान्यत इसी तरह का processor का प्रयोग करते है |
  • Pentium,celecom,Athelon etc इसी तरह के processor है 
  • इसकी निर्भरता software पर कम होती है |
  • यह सस्ता है |
  3.IC MENUFACTURING TECHNIQUES
  • Integrated Circuit
  • बहुत सारे Register,Transistor etc को जब एक silicon के chip पर Tabricate( निर्माण करना ) कर दिया जाता है तो वह IC कहलाता है |
  • IC में integration कि मात्रा के अनुसार निमन्लिखित IC Manufacturing Techniques है |
📢SSI (Small Scale Integration)
📢MSI(Medium Scale Integration
📢LSI(Large Scale Integration)
📢VLSI(Very Large Scale Integration)
📢ULSI(Ultra Large Scale Integration)
 
✨Peripheral
  • CPU को छोड्कर सारे हार्डवेयर को हम peripheral कहते है |
  • peripheral  प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से CPU के नियंत्रण में काम करता है |
  • peripheral  system में बाहर से जुड़े होते है |
  • Keyboard,Mouse,Speaker,Printer,Harddisk,etc सभी peripheral  है |
  • peripheral  मुख्यतः तीन तरह के होते है |
📌Input Device
📌OutPut Device
📌I/O device

Thursday, April 29, 2021

Basic Unit of System and Types of Computer?

 

  1. INPUT UNIT
  2. OUTPUT UNIT
  3. PROCESSING UNIT
  4. STORAGE UNIT
  5. I/O UNIT
  • CLASSIFICATION OF COMPUTER
  1. ON THE BASISC OF SIZE AND CAPACITY
👉MICRO COMPUTER
  • सामान्यतः प्रयोग में आने वाला सारे कंप्यूटर इसी तरह  के होते है |
  • यह सबसे छोटा तथा कम POWERFUL होता है |
  • इसमे एक ही मुख्य PROCESSOR होता है जो माइक्रोप्रोसेसर कहलाता है |
  • DESKTOP,LAPTOP,PALMTOP,TABLET,PDA,WORKSTATION,TERMINAL,etc इसी तरह के कंप्यूटर है |
  • सबसे अधिक प्रयोग में आना वाला कंप्यूटर यही है |
  • PDA(Personal Digital Assistant) ,PC (Personal Computer) भी इसी तरह के कंप्यूटर है |
  • I.B.M (International Business Machine) ने 1981 में सबसे पहला PC निर्माण किया है |

 👉 MINI COMPUTER
  • यह MICRO COMPUTER से बड़ा तथा अधिक  POWERFUL होता है |
  • यह एक MULTIUSER सिस्टम है | इसका अर्थ यह है कि इस पर एक ही साथ अधित यूजर काम कर सकता है |
  • इस पर एक ही साथ 25 वयक्ति तक काम कर सकता है |
  • इसका प्रयोग छोटे छोटे संस्थानों में मुख्य कंप्यूटर सर्वर के तौर पर किया जाता है जैसे  Bank Branch, Railway Station etc
  • इसका पर्योग निश्चित तौर पर micro कंप्यूटर की सहायता से किया जा सकता है 

👉MAIN FRAME COMPUTER
  • यह एक बहुत ही बड़ा तथा POWERFUL COMPUTER है |
  • इसका उपयोग बड़े बड़े संसथान कि MAIN COMPUTER के तौर पर किया जाता है |
  • इस पर एक साथ 5000 USER काम कर सकते है |
  • इसमे कई PROCESSOR  लगे होते है |
  • यहाँ बैच PROCESSING METHOD का प्रयोग होता है | 

👉SUPER COMPUTER
  • यह सबसे फ़ास्ट बड़ा और महंगा कंप्यूटर होता है |
  • इसमे एक साथ 25000 से भी अधिक लोग काम कर सकते है |
  • इसमे ही बहुत सारे PROCESSOR लगे होते है जो सामानांतर रूप से काम करते है हम कह सकते है कि  इसमे PARALLEL PROCESSING METHOD का प्रयोग होता है |
  • SUPER COMPUTER के काम करने की गति को हम FLOPS (FLOATING POINT OPERATION PER SECOND) में मापते है |
  • इसका प्रयोग COMPLEX COMPUTING के लिओये किया जाता है जैसे WEATHER FORCASTING,SATELLITE LAUNCHING,ATOMIC WEAPONS RESEARCH,SENSUS etc
  • SUPER COMPUTER या TERMINAL COMPUTER को  हम  TERMINAL के द्वारा ACCESS करते है |
  • TERMINAL भी एक MICRO COMPUTER होता है |

👉ON THE BASIS OF DATA TYPES USED BY A COMPUTER
  1. Analog Computer
  • Analog Computer वह कंप्यूटर है जो Analog Signal को input के रूप में accept कर सकता है वास्तव में वो सारे device जो analog signal को लेकर उसे digital signal from में convert कर दे तो उसे analog computer कहलाता है |
          जैसे :- Thermometer,Barometer 
  • Analog computer अब कंप्यूटर के रूप में नहीं माना जाता है | 

    2. Digital Computer
  • सारे सामान्यतः प्रयोग में होने वाले कंप्यूटर इसी तरह के कंप्यूटर है |
  • ये digital data ही input के तौर accept करते है | तथा output भी digital फॉर्म में ही देते है |
  • इसका प्रयोग लगभग सारे Real World Task को पूरा करने के लिए किया जाता है |

    3.Hybrid Computer
  • यह सबसे पॉवरफुल कंप्यूटर है 
  • ये digital तथा analog दोनों ही तरह के कंप्यूटर का combination है |
  • सुपर कंप्यूटर भी एक हाइब्रिड कंप्यूटर है इसका प्रयोग आजकल special purpose के लिए किया जाता है |
  • सामान्यतः इसका प्रयोग medical scientific area etc में किया जाता है |
👉 On The Basis Of Purpose
  1. General Purpose Computer
  • इस तरह कंप्यूटर का प्रयोग general works का प्रयोग के लिए किया जाता है |
  • हमलोग जितना भी कंप्यूटर प्रयोग में लाते है सामान्यतः  इसी तरह के कंप्यूटर होते है |
  • इस तरह के कंप्यूटर से हम अलग अलग प्रोग्राम को install करके अलग अलग काम ले सकते है 
    2. Special Purpose Computer
  • इस तरह के कंप्यूटर को खास तरह के काम को ही करने के लिए develop किया जाता है|
  • इसका प्रयोग सामान्य काम के लिए नही किया जा सकता है | 

Tuesday, April 27, 2021

Charactor of Computer

  • कंप्यूटर एक electronic, digital, automatically ,programmable device है|
  • कंप्यूटर के सारे पार्ट्स silicon के बने होते है ,इसीलिए इसे एक electronic device भी कहते है|
  • silicon एक semiconductor material (अर्धचालक ) है |
  • कंप्यूटर केवल 1 और 0  के भाषा में ही काम कर सकता है |इसीलिए इसे हम digital device भी कहते है |
  • कंप्यूटर को I.A (बुद्धि ) नही होती है उसमे दिखने वाला बुद्धि  artificial Intelligence (A.I) कहलाता है |
  • कंप्यूटर कोई भी काम stored program के concept के आधार पर काम करता है |इसीलिए इसे हम automatic device भी कहते है |
  • कंप्यूटर का प्रयोग विभिन्न तरह के कार्यो को करने के लिए किया जाता है |कंप्यूटर में जैसा program डालते है वह वैसा ही काम करता है |
  • समय समय पर जरुरत के हिसाब से हम कंप्यूटर में program को install या uninstall कर सकते है, इसीलिए इसे हम programmable device भी कहते है 


Monday, April 26, 2021

Basic Terms Used In Computer


  1. MOTHER BOARD :-यह एक प्लास्टिक का बना हुआ BOARD होता है | जिस पर METALIC CIRCUITS PRINT किया होता है लगभग सारे महत्वपूर्ण COMPONENT इसी पर लगे होते है |
  • यह एक COMPONENT से दुसरे COMPONENT के बिच data transmission उपलब्ध करता है|इसे हम PCB (PRINTED CIRCUIT BOARD) भी कहते है |
  • समय समय पर हमको MOTHERBOARD के साथ कुछ छोटे छोटे तार या बोर्ड भी जोड़ना होता है जो DAUGHTER BOARD कहलाता है
           2. EXPENSION SLOTS
  • SLOT का मतलब वह खांचा है जहां पर कोई COMPONENT लगाया जाता है 
  • MOTHERBOARD पर बहुत सारे SLOTS उपलब्ध होते है|जिसे समय समय पर T.V TUNER CARD ,GRAPHIC CARD etc. जोड़ा जाता है इसे हम EXPENSION SLOT  भी कहते है 

3.SMPS (SWITCH MODE POWER SUPPLY)
  •  SMPS सबसे पहले POWER इसी device में जाता है 
  • यह DEVICE आपके SYSTEM के प्रत्येक COMPONENT को PROPERWAY में पॉवर सप्लाई करता है  |
4.PORTS

  • PORTS वह जगह है जो दो DIFFERENENT DEVICE को जोड़ता है |हम SYSTEM UNIT के साथ किसी भी device के साथ पोर्ट की मदद से ही जोड़ते है |
  • PORT को हम INTERFACE भी कहते है जिस PORT का प्रयोग INPUT DEVICE को जोड़ने के लिए किया जाता है वह input interface कहलाता है|
मुख्य रूप से दो तरह के PORT होते है |
  1. SERIAL PORT
  2. PARALLEL PORT
SERIAL PORT
  • SERIAL PORT का प्रयोग SLOW DEVICE को जोड़ने के लिए किया जाता है इससे एक बार में एक ही BIT DATA का TRANSMISSION संभव है |

PARALLEL PORT
  • PARALLEL PORT से एक ही साथ अनेको बिट data का TRANSMISSION होता है |
  • इसका प्रयोग HIGH SPEED DEVICE को जोड़ने के लिए किया जाता है|

UPS(uninterrupted power supply)
  • यह एक device होता है जो आपके सिस्टम को सिमित समय के लिए BATTERY BACKUP देता है |
  • यह SYSTEM का अंग नही माना जाता है |
  • जब  हम कोई करते है तो वह काम RAM में होता है वह काम RAM में होता है तो वह इसीलिए जब बिजली कटेगी तो वह सारा काम नष्ट हो जायेगा |इससे बचने के लिए हम UPS का प्रयोग करते है जिससे उस काम को PROPERLY SAVE कर सके |

USB(UNIVERSAL SERIAL BUS)
  • वास्तव में यह भी एक पोर्ट है (USB PORT) जिस पर किसी भी device को जोड़ा जा सकता है 

DATA MEASURMENT UNIT

 bit(Binary digit) :- 0.1
 1Nibble :- 4bits
 1bytes or character :- 8 Bits
 1kb(kilo bytes) :- 1024 bytes
 1mb( Mega Byte) :-1024 kb
 1GB(Giga Byte) :- 1024mb
 1.TB(Tera Byte) :-1024Gb
 1PB(Peta Byte) :- 1024tb
 1EB(Exa Byte) :- 1024pb
 1ZB(Zetta Byte) :- 1024 EB
 1YB(Yotta Byte) :- 1024 ZB
  

   

Sunday, April 25, 2021

What is Data?

Data And Their Types

Computer में जो कुछ भी हम input करते है data कहलाता है|

कंप्यूटर में data डालने को data entry या inputting कहते है, यह computing cycle का पहला चरण है| 

@ कंप्यूटर में दिए गए data को processing करता है यानि हम कह सकते है कि कंप्यूटर एक data processing device है|
@Desire output प्राप्त करने के लिए दिए गए data पर जितना भी काम किया जाता है सभी processing कहलाता है|
 @Processing का उद्देश्य desire output प्राप्त करना होता है|
@Data कई रूपों में उपलब्ध होता है|
     जैसे text,number,picture,sound,video etc


मुख्य रूप से data को हम निम्नलिखित दो वर्गो में बाँट सकते है| 

 Numeric data

 ii Non-numeric data

Numeric data

Numeric वह data है जिस पर हम arithmetical ऑपरेटिंग (+,-,*,)

संभव है जैसे bank balance,age,exam,score etc.

Non-Numeric data

ऐसा data जिस पर arithmetical operation संभव नहीं होता है non-arithmetical data कहलाता है|

जैसे:-कर्मचारी का पता ,नाम hobby etc .

Nature के आधार पर data दो तरह के होते है|

  Analog

  ii Digital

@Analog data निश्चत तौर पर wave के फॉर्म में होते है|           जैसे sound,pressure,heat,Temprature etc.

@ एक कंप्यूटर इस तरह के data को directly accept कर सकता है|

@ Analog data का मान लगातार बदलता है|

@ एक कंप्यूटर में केवल डिजिटल data को ही input के तौर पर accept कर सकता है|

@ यदि हम Analog data को कंप्यूटर में input करना होता है उसे A to D(Analog to digital) Convert कि मदद से digital form में बदलना होता है|

@ Digital data अपनी स्तिथि को कुछ देर तक maintain रखता है, यह machine Readable होता है|

NOTE

ü COMPUTER केवल Digital data पर ही काम कर सकता है|

ü Digital data को 1 और 0 के रूप में वयक्त किया जा सकता है|

ü Data Manipulation को ही हम processing कहते है|

What is Keyboard?

INPUT DEVICE  input device वह device है जिसका प्रयोग हम एक USER कंप्यूटर से जुड़नेके लिए करता है  ये वो device है जिसकी मदद से कंप्यूटर को da...